Parso Village
परसों, ब्रज - यह लीला, ब्रज लीला के अंतर्गत आती है, जिस समय श्री कृष्ण अक्रूर के रथ पर बैठे थे, प्रस्थान करने के लिए प्रतीक्षा कर रहे थे, और गोपियाँ उनसे वियोग की कल्पना कर आंसू बहाने और तड़पने लगी थीं । तब गोपियों की स्थिति देखकर श्री कृष्ण ने उन्हें शांत करने के लिए उनसे कहा, "मैं यह वचन देता हूँ की मैं निश्चित रूप से कल के बाद के दिन वापस आजाऊंगा। अर्थात परसों आजाऊंगा" ; इसलिए इस गाँव का नाम परसों पड़ा । यह गोवर्धन और बरसाना के बीच, सड़क पर स्थित है, श्री कृष्ण ने बार-बार गोपियों से कहा, "मैं शीघ्र ही लौट आऊँगा, मैं शीघ्र ही लौट आऊँगा ।"
Parson, Braj - Pastimes:The pastimes comes under Braj Leela, While Shri Krishn sat on Akrüra’s chariot, waiting to depart, He became disturbed upon seeing the condition of the gopis in their mood of separation. To pacify them, He told them, “I promise that I will surely return the day after tomorrow.” The day after tomorrow is called "parson" in Hindi; hence the name of this village became Parson. Parson lies on the road between Govardhana and Barsana, close to the village of Shri Krishn repeatedly told the gopis, “I will soon return.”